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साहिर लुधियानवी और उनके सदाबहार फिल्मी गीत ! / 50 Hit Songs of Sahir Ludhiyanvi

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 साहिर लुधियानवी और उनके सदाबहार फिल्मी गीत !                               संक्षिप्त परिचय :  साहिर का अर्थ होता है - ''जादूगर'' और शब्दों के इस जादूगर साहिर का जन्म 8  मार्च सन 1921  को पंजाब के लुधियाना  शहर में हुआ था। उनके बचपन का नाम अब्दुल हयी था। उनके पिता  फज़ल मोहम्मद एक  जमींदार थे  और सामंती सोच रखते थे।  उनकी कई पत्नियां थीं जिनमें से एक थी सरदार बेग़म जो साहिर की मां थीं। जब वे तेरह बरस के थे तो उनके माता पिता अलग हो गए।  फिर उनकी माँ ने बड़ी मुश्किलों से  उनका पालन पोषण  किया।  उनकी स्कूली शिक्षा लुधियाना के खालसा स्कूल स्कूल में हुई  और सरकारी  कॉलेज में उन्होंने पढाई की परन्तु बीच में ही वे किसी कारण अपनी माँ के साथ लाहौर जा बसे।  परन्तु आज भी लुधियाना के कॉलेज में उनके नाम पर एक ऑडिटोरियम है और वहां के शिक्षक तथा विद्यार्थी उन्हें बड़ी मोहब्बत से याद करते हैं। साहिर को अपने शहर लुधियाना...

घर बैठे English बोलना सीखें! Best Online Spoken English Class!

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 घर बैठे इंग्लिश बोलना सीखें! Best Online Spoken English Class हैलो दोस्तो,                               यदि आप विद्यार्थी हैं, प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं,  हाउस वाइफ, या कामकाजी व्यक्ति हैं या दूर दराज के क्षेत्र में रहते हैं और English सीखने के लिए ऑफलाइन क्लास में रेगुलर नहीं आ सकते तो आप हमारी ऑनलाइन क्लास अटेंड कर सकते हैं। इसमें आप घर बैठे ही शानदार English सीख सकते हैं, बिल्कुल ऑफलाइन क्लास की तरह। वो भी ऑफलाइन की तुलना में बहुत कम फीस में। इस कोर्स में आप स्पीकिंग के साथ साथ English Grammar, Translation, Self Writings, Vocabularies, Group Discussion, Speech, Interview Skills, Personality Development आदि भी सीखेंगे। इस बारे में विस्तार से जानने के लिए आगे दी गई लिंक पर क्लिक करके दुसरे ब्लॉग पोस्ट को पढ़ें :  Best English Coaching Contact : Prahalad Parihar (Director) Vertex English Academy, Betul 9977577255

मैं तुझे जरूर मिलूंगी : अमृता प्रीतम ! Main Tujhe Jarur Milungi!

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Amrita Pritam Birth : 31August 1919,  Gujranwala, Punjab Death : 31 October 2005,  New Delhi, Bharat   मैं तुझे जरूर मिलूंगी : (पटकथा : प्रहलाद परिहार) साहिर, अमृता और इंद्रजीत (इमरोज़) की अलौकिक प्रेमकथा!                               प्रस्तावना : दोस्तों दुनियां की तमाम महान और  यादगार प्रेम कहानियां आज की कहानी की तरह ही अधूरी है। शायद मिलन में उतनी कशिश नहीं कि लोग सदियों तक याद रखें बल्कि जिन्होंने एक दूसरे को टूटकर चाहा पर सांसारिक रूप से एक ना हो सके वहीं लोग आज मोहब्बत की ज़िंदा मिशाल हैं। आज की कहानी है - साहिर लुधियानवी, अमृता प्रीतम, और इंद्रजीत यानी इमरोज़ की। इस कहानी को तैयार करने में हमने कई स्रोतों का सहारा लिया है। कई किताबों,  संदर्भों और इंटरनेट पर उपलब्ध जानकारियों का अध्ययन किया है, विश्लेषण कीकि है। तथ्यों की सच्चाई का हम कोई दावा नहीं करते । जो सुना, पढ़ा और देखा उसी को इस कहानी में पिरोया है। कहानी में प्रस्तुत सभी गीत साहिर लुधियानवी जी के लिखे हुए...