45th Death Anniversary of Rafi Sahab
मोहम्मद रफ़ी और उनके सदाबहार नग़मे! 31st July Special दोस्तों, मैं आज आपके साथ रफी साहब के बारे में कुछ बातें शेयर करने जा रहा हूँ। ये सारी बातें मैं उनके तमाम फैंस की ओर से भी लिख रहा हूँ जो शायद कहना तो बहुत कुछ चाहते हैं परन्तु कह नहीं पाते। दोस्तों रफ़ी साहब हमारे दिल में ऐसे रहते हैं जैसे किसी मंदिर में कोई देवता। जो लोग उनके बारे में जानते हैं वे जानते है कि मैं ऐसा क्यों कह रहा हूँ। एक वक्त था जब मैं उनके बारे में ज्यादा नहीं जनता था तब मैं छोटा था लेकिन ३१ जुलाई १९८० के बाद जब वे इस दुनिया में नहीं रहे तो एक के बाद एक जब मैंने उनके गीतों को सुना और उनके बारे में जाना तो मैं उनके लिए दीवाना सा हो गया। क्या - क्या कहूं ! मुझे लगता है उनके जैसा गायक और उनके जैसा इंसान दुनिया में न कभी पहले हुआ न कभी होगा। क्या हिन्दू , क्या मुस्लमान, क्या सिक्ख , क्या ईसाई, सब ही उनके दीवाने हैं। उनकी आवाज़ भगवान की आवाज़ है दोस्तों। वो तो हमारे बीच नहीं रहे लेकिन उनकी आवाज़ सदियों तक लोगों के दिलो...